नई दिल्ली। चैंपियंस लीग फुटबॉल टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाली टीमों को अगले तीन साल में अधिक इनामी राशि मिलेगी। इसके पीछे की वजह यूरोपीय फुटबॉल की संचालन संस्था यूएफा की तीन क्लब के टूर्नामेंटों के टेलिकास्ट और एड करार की राशि में लगभग आठ प्रतिशत का इजाफा होना है। संस्था ने ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेस में इस बात की जानकारी दी है। यूएफा के 2018-21 रेवन्यू की तुलना में 2024 तक सालाना 25 करोड़ (30 करोड़ 50 लाख डॉलर) यूरो का इजाफा होगा।
लाइव हिन्दुस्तान के अनुसार चैंपियंस लीग क्लबों की इनामी राशि में थोड़ा इजाफा होगा जबकि 23 करोड़ 50 लाख यूरो (28 करोड़ 70 लाख डॉलर) की इनामी राशि यूरोपा कांफ्रेंस लीग के लिए आवंटित की जाएगी जो तीसरे टीयर की प्रतियोगिता है और इसे अगले साल शुरू किया जाएगा। चैंपियंस लीग में हिस्सा लेने वाले 32 क्लबों के बीच दो अरब यूरो (दो अरब 44 करोड़ डॉलर) से कुछ अधिक की राशि बंटेगी जो 2018-21 तक हर सीजन के लिए एक अरब 95 करोड़ यूरो (दो अरब 38 करोड़ डॉलर) थी। प्रत्येक क्लब के हिस्से से मामूली राशि काटी जाएगी जिससे कि पिछले सीजन में कोरोना वायरस महामारी के कारण व्यवधान से प्रसारणकर्ता हो हुए नुकसान की भरपाई हो सके।
चैंपियंस लीग में हिस्सा लेने वाले प्रत्येक क्लब को 1 करोड़ 56 लाख 40 हजार यूरो की बेसिक्स फीस का भुगतान होगा जो पिछले तीन सीजन में एक करोड़ 52 लाख 50 हजार यूरो थी। टूर्नामेंट से एक क्लब अधिकतम 13 करोड़ यूरो (16 करोड़ डॉलर) की कमाई कर सकता है जिसमें इनामी राशि और प्रसारण राशि भी शामिल है। यूरोपा लीग की इनामी राशि 56 करोड़ यूरो (68 करोड़ 40 लाख डॉलर) थी। पिछले सत्र के ग्रुप चरण में 48 टीमों ने हिस्सा लिया था। अगले सीजन से यूरोपा लीग में 32 टीमों का ग्रुप चरण होगा और कुल 46 करोड़ 50 लाख यूरो (56 करोड़ 80 लाख डॉलर) की राशि बंटेगी। 32 टीमों की यूरोपा कांफ्रेंस और यूरोपा लीग की कुल इनामी राशि 70 करोड़ यूरो (85 करोड़ 40 लाख डॉलर) होगी।