नई दिल्ली | आईपीएल 2021 के कोरोना के कारण स्थगित होने का क्या इस साल अक्टूबर-नवम्बर में भारत की मेजबानी में होने वाले पुरुष टी-20 विश्व कप टूर्नामेंट पर कोई असर पड़ेगा। फिलहाल आईपीएल स्थगित होने के बाद अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी, लेकिन समझा जाता है कि आईसीसी भारत में स्थिति पर निगरानी रखना जारी रखेगा, जबकि बैकअप स्थल के रूप में चुना गया संयुक्त अरब अमीरात अब इस वैश्विक टूर्नामेंट की मेजबानी करने के लिए ज्यादा प्रबल दावेदार नजर आ रहा है।
16 देशों का टी-20 विश्व कप भारत में अक्टूबर में देर से खेला जाना है और इसका फ़ाइनल 14 नवम्बर को होगा। बीसीसीआई ने हाल में भारत में विश्व कप के लिए नौ स्थल चुने हैं। आईसीसी की बायो सेफ्टी की स्पेशलिस्ट की टीम को 26 अप्रैल से भारत का दौरा करना था, ताकि वह स्थलों का निरीक्षण कर सके, लेकिन यूएई द्वारा भारत के लिए लगाए गए यात्रा प्रतिबंधों के कारण इस योजना को रद्द करना पड़ा था। इस सप्ताह में भारत कोविड-19 संक्रमण के पॉज़िटिव मामले दो करोड़ पार कर चुका है। यह संख्या मार्च में भी काफी ज्यादा थी, जब बीसीसीआई ने छह स्थलों को लेकर आईपीएल कार्यक्रम घोषित किया था।
इस सीजन में बीसीसीआई ने आईपीएल को ऐसे मॉडल के रूप में इस्तेमाल करने का फैसला किया था, ताकि इससे टी-20 विश्व कप के लिए अंदाजा लगाया जा सके। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और राजस्थान रॉयल्स से दो-दो खिलाड़ी स्वदेश लौटने के लिए आईपीएल बबल छोड़ गए। आईसीसी ऐसी किसी भी परिस्थिति से बचने के लिए उत्सुक थी। आईपीएल के कार्यक्रम की घोषणा से दो दिन पहले यानी पांच मार्च को आईसीसी के सीईओ मनु साहनी ने 16 टीमों के विश्व कप को आयोजित करने से जुड़े खतरे को आईपीएल या बाइलेटरल क्रिकेट के मुकाबले ज्यादा बताया था।
बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि टी-20 विश्व कप कोई भी फैसला करने के लिए अभी काफी दूर है। देश में महामारी की स्थिति इसके लिए निर्णायक होगी लेकिन सवाल यह है कि आईसीसी अब कितना इंतजार करेगी। सामान्य तौर पर आईसीसी एक साल पहले स्थलों का फैसला कर लेती है। एक अन्य महत्वपूर्ण सवाल यह है कि आईसीसी को यह फैसला करना है कि कि क्या वह दर्शकों को टूर्नामेंट में प्रवेश की अनुमति देगा।
बीसीसीआई कह चुका है कि यदि टूर्नामेंट यूएई शिफ्ट भी किया जाता है तो टूर्नामेंट उसका रहेगा यानी टिकट की सारी कमाई भारतीय बोर्ड के पास जाएगी। आईसीसी बोर्ड की अगली औपचारिक बैठक जुलाई में सम्भव है, लेकिन ग्लोबल संस्था अपने सदस्यों से पहले मिलाने को कह सकती है, जिससे उसे इस बात का अंदाजा हो जाए कि उनकी भावनाएं क्या हैं और वह विकल्पों पर विचार कर सके। लाइव हिन्दुस्तान से साभार