नई दिल्ली: शूटर दादी के नाम से मशहूर निशानेबाज चंद्रो तोमर का कोविड-19 के चलते निधन हो गया है. कुछ दिन पहले उनका कोरोना टेस्ट पॉजिटिव पाया गया था और सांस लेने में परेशानी के कारण 27 अप्रैल को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था.चंद्रो तोमर ने जब निशानेबाजी को अपनाया तब उनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक थी लेकिन इसके बाद उन्होंने कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं जीती और यहां तक उन पर एक फिल्म भी बनायी गयी है, उन्हें विश्व की सबसे उम्रदराज निशानेबाज माना जाता है.उन्होंने अपनी बहन प्रकाशी तोमर के साथ कई प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया. प्रकाशी भी दुनिया की उम्रदराज महिला निशानेबाजों में शामिल हैं.
b>चंद्रो तोमर के ऊपर आधारित थी फिल्म:अपने जीवन में उन्होंने पुरुष प्रधान समाज में कई रूढ़ियों को भी समाप्त किया.इन दोनों बहनों की जिंदगी पर फिल्म भी बनी है. बॉलीवुड फिल्म सांड की आंख दादी चंद्रो तोमर (Chandro Tomar) और प्रकाशी तोमर की रियल लाइफ स्टोरी पर ही आधारित है. अभिनेता आमिर खान ने दोनों शूटर दादी की कहानी से प्रभावित होकर उन्हें अपने शो सत्यमेव जयते में भी बुलाया था.
धाकड़ थी ‘दादी शूटर’:घर के पुरुषों ने उनकी निशानेबाजी पर आपत्ति जताई, लेकिन उनके बेटों, बहुओं और पोते पोतियों ने उनका पूरा साथ दिया. इससे वे घर से निकलकर पास के रेंज में अभ्यास करने के लिये जा पाई. एक बार खेल अपनाने के बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा तथा उन्होंने कई प्रतियोगिताओं में पदक जीते.‘शूटर दादी’ ने वरिष्ठ नागरिक वर्ग में कई पुरस्कार भी हासिल किए जिनमें स्त्री शक्ति सम्मान भी शामिल है जिसे स्वयं राष्ट्रपति ने भेंट किया था. साभार ज़ी न्यूज़ हिन्दी