आगरा। यूपी के आगरा में 23वीं सीनियर नेशनल महिला कुश्ती चैम्पियनशिप के आगाज में शनिवार को बड़ा उलटफेर हुआ। रियो ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता पहलवान साक्षी मलिक को हरियाणा की पहलवान सोनम ने फाइनल में पटखनी दे दी। सोनम ने साक्षी को हराकर उसका नेशनल चैम्पियन बनने का सपना तोड़ दिया। इस हार से साक्षी की आंखों से आंसू छलक पड़े। जबकि इससे पूर्व तीन मुकाबलों में उनका प्रदर्शन शानदार रहा। आगरा के गांव लड़ामदा में शनिवार को आयोजित ‘महादंगल’ में रोमांचक मुकाबले हुए। 50, 55, 57, 62 और 72 किलोग्राम भारवर्ग की कुश्ती हुईं। साक्षी मलिक रेलवे की ओर से 62 किलोग्राम भार वर्ग में खेलने उतरीं। फाइनल तक पहुंचने में साक्षी को दिक्कत नहीं हुई। पर यहां उनका मुकाबला हरियाणा की सोनम से हुआ। सोनम पहले भी साक्षी को हरा चुकी थीं। यह मनोवैज्ञानिक दवाब सोनम ने बनाये रखा और नेशनल चैम्पियन बन गईं।
इससे पहले फाइनल मैच की शुरुआत रोमांचक हुई। साक्षी मलिक और हरियाणा की पहलवान सोनम दांवपेंच आजमाए जा रहे थे। धीरे-धीरे मैच सोनम मलिक के पलड़े में आता गया। इसे सोनम से 7/4 से जीत लिया। पहलवान साक्षी ने पहला प्री-क्वार्टर मैच गुजरात की ज्योति भदौरिया के खिलाफ खेला। छह मिनट में ही साक्षी ने उसको हरा दिया (बाई फाउल)। क्वार्टर फाइनल में मध्य प्रदेश की पुष्पा को 4/0 से और सेमीफाइनल में दिल्ली की अनीता को 10/0 के बड़े अंतर से हरा दिया। मुकाबले के बाद पहलवान सोनम ने कहा कि ओलंपिक पदक विजेता साक्षी को वह ट्रायल में भी हरा चुकी हैं।
पहला दिन हरियाणा के नाम
23वीं सीनियर नेशनल महिला कुश्ती चैम्पियनशिप का पहला दिन हरियाणा की पहलवानों के नाम रहा। पहले दिन का सबसे बड़ा उलटफेर ओलंपिक कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक की हार रही। 62 किलो में सोनम पहले, साक्षी दूसरे, मप्र की पुष्पा विश्वकर्मा और हरियाणा की मनीषा तीसरे स्थान पर रहीं। 50 किलो में हरियाणा की मीनाक्षी पहले, हरियाणा की हिन्नी कुमारी दूसरे, महाराष्ट्र की स्वाति और दिल्ली की कीर्ति तीसरे स्थान पर रहीं। 57 किलो में हरियाणा की अंशू मलिक पहले, रेलवे की ललिता दूसरे, मप्र की रमन यादव और हरियाणा की मानसी तीसरे स्थान पर रहीं। 72 किलो में रेलवे की पिंकी पहले, हरियाणा की नैना दूसरे, यूपी की प्रियंका और रेलवे की कविता तीसरे स्थान पर रहीं। 55 किलो भारवर्ग में हरियाणा की अंजू पहले, दिल्ली की बंटी दूसरे, यूपी की इंदु तोमर और दिल्ली की सुषमा शौकीन तीसरे स्थान पर रहीं।
नेशनल चैम्पियन बनने से चूकीं साक्षी मलिक हार के बाद निराश दिखीं। उन्होंने सोनम को बधाई दी। साक्षी ने कहा, वह फिलहाल ओलंपिक के बजाए नेशनल कैम्प के बारे में सोच रही हैं। कैम्प में ट्रायल होंगे। वहां पूरा जोर लगाकर जीतूंगी और टोक्यो ओलंपिक में एकबार फिर भारत का प्रतिनिधित्व कर पदक जीतने में जी जान लगा दूंगी। एक सवाल के जवाब में साक्षी ने कहा कि कोरोना ने खिलाड़ियों को बुरी तरफ प्रभावित किया है। हमारा खेल तो वैसे भी शरीर से शरीर के साथ खेला जाता है। यहां दो गज की दूरी संभव नहीं है। इस वजह से दिक्कत हुई। परंतु नेशनल चैम्पियनशिप ने खिलाड़ियों में जोश भरा है। सभी खिलाड़ी इसके लिए भारतीय कुश्ती संघ के शुक्रगुजार हैं।
नहीं हुआ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन
खेल मंत्रालय द्वारा प्रतियोगिताओं के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर (एसओपी) जारी की हुई है। इसके तहत दर्शकों को मास्क व दो गज की दूरी अनिवार्य है। परंतु चैम्पियनशिप के पहले दिन एसओपी की धज्जियां उड़ती नजर आईं। आयोजकों ने प्रवेश द्वार पर ही मास्क देने की व्यवस्था की थी, परंतु अधिकांश दर्शक मास्क लेने के बाद भी मैदान में बिना मास्क बैठे दिखे। सोशल डिस्टेंसिंग कहीं दिखाई नहीं दी। दर्शक कुश्ती देखने के लिए एक-दूसरे के ऊपर चढ़े जा रहे थे। आयोजकों के माइक पर बार-बार आग्रह के बाद भी दर्शकों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया।
लाइव हिन्दुस्तान से साभार