नई दिल्ली | इस साल आईपीएल का आयोजन यूएई के तीन शहरों में किया गया था। इसका फाइनल मुकाबला मुंबई इंडियंस और दिल्ली कैपिटल्स के बीच दुबई क्रिकेट स्टेडियम में हुआ, जिसमें रोहित शर्मा की कप्तानी में मुंबई ने दिल्ली को हराकर रिकॉर्ड पांचवीं बार खिताब पर कब्जा जमाया। 10 नवंबर को हुए फाइनल मुकाबले से पहले ही इस बात की चर्चा जोरों पर थी कि अगले साल यानी 2021 में होने वाले आईपीएल में बीसीसीआई दो नई फ्रेंचाइजियों को इस लीग में शामिल करेगा। हालांकि अब एक नई रिपोर्ट के मुताबिक, बीसीसीआई अब आईपीएल 2021 में नई टीमें जोड़ने के पक्ष में नहीं है और नई टीमों के अब 2022 में ही जुड़ने की उम्मीद है।
'टाइम्स ऑफ इंडिया' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बीसीसीआई ने कहा कि आईपीएल 2021 में दो नई टीमों को लॉन्च करने के लिए समय बहुत कम है और इससे पहले ऑक्शन भी होना है। ऐसे में दो नई टीमों को लीग से जोड़ने में काफी दिक्कतें होंगी। इस वजह से बोर्ड ने यह फैसला लिया है कि आईपीएल 2021 में आठ टीमों और 2022 सीजन में दस टीमों के साथ इंडियन प्रीमियर लीग का आयोजन किया जाएगा।
इसमें यह भी कहा गया है बीसीसीआई आईपीएल 2021 के शुरू होने से पहले फरवरी से अप्रैल के बीच ऑक्शन का आयोजन कर सकता है। आईपीएल 2021 में दो नई टीमें न जुड़ने से बोर्ड और आठ फ्रेंचाइजियों को फायदा होगा क्योंकि दोनों ही इससे मेगा ऑक्शन से बच जाएंगे। टीमों को जोड़ने की अवधि बढ़ने के साथ बोर्ड को यह फायदा होगा कि उन्हें टाइटल स्पॉन्सरशिप अधिकार बेचने में आसानी होगी। इस समय टाइटल स्पॉन्सरशिप ड्रीम 11 के पास है।
एक अन्य कारण देते हुए बोर्ड ने कहा कि स्टार स्पोर्ट्स के साथ उनका कॉन्ट्रैक्ट 2021 में खत्म हो रहा है, इसलिए 2022 में ही नई टीमों के साथ आईपीएल का आयोजन संभव हो सकता है। अगर आईपीएल 10 टीमों का होता है तो उसकी वैल्यू और ज्यादा बढ़ेगी। 10 टीमों का मतलब कुल 94 मैचों का टूर्नामेंट। इसलिए मौजूदा हालात में ऐसा संभव होता नहीं दिखता। आईपीएल 2020 के खत्म होने के साथ ही इस बात की चर्चा जोरों पर थी कि आईपीएल की नौंवी टीम के रूप में अहमदाबाद फ्रेंचाइजी जुड़ेगी, वहीं दसवीं टीम के लिए कानपुर, लखनऊ और पुणे रेस में थे।
लाइव हिन्दुस्तान से साभार