नई दिल्ली।भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के एक शीर्ष अधिकारी ने साफ कर दिया है कि विदेश में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) कराना एकदम आखिरी विकल्प होगा। उन्होंने कहा कि अगर यह टूर्नामेंट इस साल कराने के लिए कोई विकल्प नहीं बचेगा, तभी इसको विदेश में कराया जाएगा।
आईपीएल का 13वां सीजन 29 मार्च से खेला जाना था, लेकिन कोविड-19 महामारी (कोरोना वायरस संक्रमण) के चलते इसको अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किया गया है।लाइव हिन्दुस्तान टीम के अनुसार खबरें आ रही हैं कि अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में होने वाला आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप स्थगित हो सकता है, ऐसे में इस विंडो में आईपीएल का आयोजन कराया जा सकता है।भारत में कोविड-19 के चलते अभी तक 20,000 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
श्रीलंका, यूएई और न्यूजीलैंड ने आईपीएल अपने देश में कराने की बात कही है। बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने कहा है कि बोर्ड को उम्मीद है कि आईपीएल भारत में ही खेला जाएगा। उन्होंने कहा, 'हमें सबसे पहले देखना है कि भारत में ही आईपीएल कराया जाए, उसके बाद बाहर इसके आयोजन के बारे में सोचा जा सकता है। हमें कुछ बोर्ड्स ने आमंत्रित किया है, अगर हम वहां इस टूर्नामेंट का आयोजन करना चाहते हैं।'उन्होंने आगे कहा, 'आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की अगली बैठक में हम लोग इन सब बातों पर चर्चा करेंगे।'
2009 में भारत में लोकसभा चुनाव के कारण आईपीएल को दक्षिण अफ्रीका में कराया गया था। इसके बाद 2014 में आईपीएल के कुछ मैच यूएई में कराए गए थे। हालांकि 2019 में आईपीएल के सभी मैच भारत में ही खेले गए थे। अगर बीसीसीआई इस साल आईपीएल नहीं करा पाता है, तो उसको 535 मिलियन अमेरिकी डॉलर का नुकसान झेलना पड़ेगा। धूमल ने कहा, 'सभी लोग इस समय दबाव में हैं क्योंकि किसी को भी नहीं पता कि आगे क्या होगा।'