धोनी पर रिटायरमेंट का दबाव नहीं बनाना चाहिए-नासिर हुसैन


नई दिल्ली: इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने एक बार फिर एमएस धोनी ( MS Dhoni) के भविष्य को लेकर हो रही अटकलों के बाज़ार को गर्म कर दिया है. हुसैन के मुताबिक माही भारतीय क्रिकेट को अभी बहुत कुछ दे सकते हैं, इसलिए धोनी पर रिटायरमेंट का दबाव नहीं बनाना चाहिए. असल में धोनी को रिटायरमेंट के लिए एक शानदार मंच मिलना चाहिए क्योंकि उन्होनें भारतीय क्रिकेट के लिए जो कुछ भी किया है वो किसी चमत्कार से कम नहीं है. 


टी20 विश्व कप, एकदिवसीय वर्ल्ड कप, चैंपियंस ट्रॉफी, टेस्ट क्रिकेट में नंबर एक टीम का तमगा, आखिर बतौर कप्तान धोनी ने भारत को क्या नहीं दिया. और ऐसे खिलाड़ी की ऐसी विदाई आखिर किस भारतीय को मंजूर होगी. धोनी की ही तरह करोड़ों भारतीय भी उनकी वापसी की कामना कर रहे हैं. तो क्या माही करेगें टीम इंडिया में कमबैक?स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत में हुसैन ने कहा, "क्या महेंद्र सिंह धोनी भारतीय टीम में जगह के हकदार हैं? यह सीधी सी बात है. ये नियम हर किसी पर लागू होता है. जितना मैंने धोनी को देखा है, मुझे लगता है कि वह अभी भारतीय क्रिकेट को काफी कुछ दे सकते हैं. हां, एक-दो ऐसे मामले हुए हैं, जब लक्ष्य का पीछा करने के मामले में उनसे गलती हुई, जैसे कि इंग्लैंड के खिलाफ वर्ल्ड कप का मुकाबला. लेकिन कुल मिलाकर देखें तो धोनी अब भी बहुत प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं."


उन्होंने कहा, "और इस बात का ख्याल रखें कि एक बार अगर वह चले गए तो आप उन्हें दोबारा टीम में शामिल नहीं कर सकते. धोनी ऐसे खिलाड़ी हैं जो एक पीढ़ी में एक बार आते हैं. उन पर जल्दी रिटायरमेंट लेने का दबाव मत बनाइए. सिर्फ धोनी अपनी मानसिक स्थिति जानते हैं और अंत में फैसला सलेक्टर्स को करना है." जहां एक तरफ हुसैन ने धोनी की वापसी का समर्थन किया, वहीं भूतपूर्व भारतीय क्रिकेटर्स आकाश चोपड़ा और गौतम गंभीर ने कहा कि धोनी का कमबैक है बेहद मुश्किल, शायद खेल लिया है उन्होनें अपना आखिरी मैच.  


आकाश चोपड़ा ने कहा, "आज हर फैन यही सोचता है कि आईपीएल में अच्छे प्रदर्शन के दम पर धोनी टीम में वापसी कर सकते हैं. जबकि मुझे लगता है कि ऐसा बिल्कुल भी सच नहीं है। शायद धोनी ने अपना आखिरी मैच मैनचेस्टर में न्यूजीलैंड के खिलाफ वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल खेल लिया है. तब से धोनी अपनी मर्जी से ही टीम से बाहर चल रहे हैं, जबकि उन्हें ड्रॉप नहीं किया गया. शायद धोनी ने भारत के लिए नहीं खेलने का मन बना लिया है."


गौतम गंभीर ने स्पोर्ट्स स्टार के प्रोग्राम क्रिकेट कनेक्टेड में कहा, "यदि इस बार आईपीएल नहीं हुआ, तो धोनी की टीम में वापसी बेहद मुश्किल होगी. यदि धोनी पिछले एक या डेढ़ साल से क्रिकेट खेले ही नहीं हैं, तो फिर उन्हें किस आधार पर वर्ल्ड कप के लिए टीम में लिया जाएगा। लाजमी है कि उसकी (केएल राहुल) की कीपिंग धोनी जैसी अच्छी नहीं है, लेकिन आप देखेंगे कि टी-20 में राहुल बहुत उपयोगी खिलाड़ी है. वो कीपिंग के अलावा 3 और 4 नंबर पर शानदार बल्लेबाजी कर रहा है."


तो क्या होगा कमबैक?
धोनी को सरप्राइज देने के लिए जाना जाता है, उन्होनें अपने फैंस, बीसीसीआई, टीममेट्स को कई बार चौंकाया है. फिर चाहे 2014 में टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट लेना हो या 2017 में एकदिवसीय कप्तानी छोड़ना हो, धोनी ने दोनों बार क्रिकेट जगत को एक बड़ा झटका दिया था. इस बार भी माही कुछ ऐसा कर सकते हैं और अगर उन्हें ऐसा करने से कोई रोक सकता है तो वो हैं विराट कोहली क्योंकि भारतीय कप्तान धोनी की बहुत इज्जत करते हैं और उन्हें एक शानदार विदाई जरूर देना चाहेंगे.रही बात धोनी की बल्लेबाज़ी की तो, हाँ, वो थोड़े धीमें जरूर हो गए हैं पर आज भी संकट की घड़ी में हर भारतीय को वो ही संकटमोचन के रूप में नज़र आते हैं.


 कौन जानता है अगर धोनी न्यूज़ीलैंड के खिलाफ विश्व कप सेमिफाइनल में रन आउट नहीं हुए होते तो मैच का रिजल्ट क्या होता? शायद टीम इंड़िया एक बार फिर से वर्ल्ड चैंपियन बन गई होती और आज भी धोनी टीम इंड़िया के लिए खेल रहे होते. फिर धोनी की रिटायरमेंट की ये चर्चा होती ही नहीं.इस सबके बावजूद भारत में शायद ही कोई ऐसा होगा जो धोनी को एक शानदार विदाई ना देना चाहता हो. आखिर ऐसे चैंपियन खिलाड़ी को एक रंगारंग और भावपूर्ण विदाई तो मिलनी ही चाहिए. आप क्या कहते हैं, मिलनी चाहिए या नहीं?


साभार जी न्यूज