नई दिल्ली. मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर कोरोना वायरस के भय में जी रहे लोगों को लगातार प्रोत्साहित कर रहे हैं। उन्होंने कई विडियो सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लोगों को इस वायरस से बचने या यूं कह लें लड़ने के लिए उपाय सुझाए थे। टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए खास इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि कोविड-19 से लड़ने के लिए हमें क्रिकेट के सबसे पुराने फॉर्मेट टेस्ट से सीख लेनी चाहिए। उन्होंने कहा, 'क्रिकेट एक अनोखा खेल है। अधिकांश खेलों को प्रशंसकों को आकर्षित करने के लिए अन्य खेलों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करते हैं, लेकिन क्रिकेट स्वयं के संस्करणों के साथ प्रतिस्पर्धा करता है। फटाफट क्रिकेट यानी टी-20 के उदय के बाद टेस्ट क्रिकेट की प्रासंगिकता को लेकर बहुत बहस हुई है। अब जबकि दुनिया कोविड-19 महामारी से लड़ रही है तो शायद हम सभी को क्रिकेट के पुराने प्रारूप टेस्ट से सीख लेनी चाहिए।टेस्ट क्रिकेट से सीखने वाली बात के बारे में बात करते हुए महान क्रिकेटर ने कहा- टेस्ट क्रिकेट आपको उस सम्मान से पुरस्कृत करता है जिसे आप समझ ही नहीं पाते। यह आपको धैर्यवान बनाता है। जब आप पिच की स्थिति या गेंदबाज को नहीं समझते हैं, तो रक्षा ही आक्रमण का सबसे अच्छा तरीका बन जाता है। अगर हमें कोरोना से अच्छी तरह से बचाव करना है तो धैर्य हमें चाहिए। एक पेशेवर क्रिकेटर और उससे आगे के जीवन में मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं ऐसा कुछ देखूंगा। भारत में और विश्व स्तर पर क्रिकेट पूरी तरह से रुक-सा आ गया है।'