नई दिल्ली | नव नियुक्त बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने बुधवार को भ्रष्टाचार मुक्त कार्यकाल का वादा किया और कहा कि वह बोर्ड की अगुआई उसी तरह करेंगे जिस तरह से उन्होंने 2000 से 2005 तक भारतीय टीम की कप्तानी संभाली थी। दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट संस्था के शीर्ष पद पर निर्विरोध चुने जाने के बाद 47 साल के गांगुली ने संकेत दिया कि वह किसी से भी प्रभावित हुए बिना जिस तरह से चाहते हैं, उसी तरह बीसीसीआई का काम संभालेंगे।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 18,000 से ज्यादा रन बना चुके गांगुली ने कहा, ''मैं उसी तरह काम करूंगा, जो मैं जानता हूं और जो मुझे लगता है कि बीसीसीआई के लिये सर्वश्रेष्ठ होगा और विश्वसनीयता से कोई समझौता नहीं होगा। भ्रष्टाचार मुक्त कार्यकाल होगा और बीसीसीआई में सभी के लिये समान होगा।'' अपनी पहली प्रेस कांफ्रेंस में भारत का ब्लेजर पहनकर आये गांगुली ने कहा ,'' मुझे यह तब मिला था जब मैं भारत का कप्तान था लेकिन तब मुझे अहसास नहीं हुआ कि यह इतना ढीला है । लेकिन मैने तय किया कि मैं यही पहनूंगा ।''
उन्होंने कहा,'' मैंने जिस तरह से भारत की अगुआई की थी, उसी तरह से बीसीसीआई का पद संभालूंगा। '' वह यहां 39वें बीसीसीआई अध्यक्ष बने। उन्हें (47 साल) यहां नौ महीने के लिये निर्विरोध चुना गया। पदाधिकारी के तौर पर छह महीने के कार्यकाल के बाद 'विश्राम की अनिवार्य अवधि' के प्रावधान के कारण उन्हें पद छोड़ना पड़ेगा । गांगुली बंगाल क्रिकेट संघ के सचिव और अध्यक्ष रहे। गांगुली ने वह दौर याद किया जब वह टीम के कप्तान बने थे । उस समय मैच फिंिक्सग के कारण भारतीय क्रिकेट विवादों के घेरे में था जब गांगुली को इसे ढर्रे पर लाने की जिम्मेदारी सौंपी गई।
मोहम्मद अजहरूद्दीन उस समय फिक्सिंग विवाद के केंद्र में थे और अब वह हैदराबाद क्रिकेट संघ के अध्यक्ष हैं । दोनों पूर्व साथी खिलाड़ियों ने बुधवार की बैठक के बाद एक दूसरे को गले लगाया। गांगुली ने कहा ,'' यह इत्तेफाक की बात है कि जब मैं कप्तान बना तो ऐसे ही हालात थे और मैं छह साल तक कप्तान रहा ।'' उन्होंने कहा ,'' अभी भी हालात ऐसे ही हैं और चीजों को ढर्रे पर लाना है ।सुधार करने होंगे । राज्य संघों को काफी पैसा देना है । काफी काम करना है। -भाषा